Friday, February 13, 2009

जमाना बड़ा ख़राब है

जमाना बड़ा ख़राब है
इसलिए तुम भी ख़राब बनो
किसी गाँव या शहर का
तुम भी शाही नबाब बनो

सीधा-सदा होने से क्या मिलेगा
बस तुझे जीने की सजा मिलेगा
ईमान धर्म को रख ताखे पे
नहीं तो लोगों से बददुआ मिलेगा
खुद को छिपा लो
भलाई इसी में साथी
वर्ना हस्ल वही होगा
दर्द झेलते जो सरकस के हाथी
छुरी कटारी बम बारूद
या तीक्ष्ण तेजाब बनो
जमाना बड़ा ख़राब है
इसलिए तुम भी ख़राब बनो

आंसू को पी नहीं
आंसू को बहाना सीख
हँसना है दिल खोल के तो
औरों को रुलाना सीख
जिंदगी कही बोझ न लगे
दुनिया की बोझ का तिरस्कार कर
सुबह की बेला को मार गोली
रात की ओस को नमस्कार कर
चेहरे पे लिए कई चेहरे
यार,तुम भी नकाब बनो
जमाना बड़ा ख़राब है
इसलिए तुम भी ख़राब बनो

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aapka bahut-bahut dhanybad