Tuesday, April 28, 2020

रे सुथरकी रे बन जो ने धनिया हमार

गीत:
मापनी:24/28
चेल्हा मछरिया नियन, चमको तोरो लिलार।24
अरे  सुथरकी रे,बन जो ने धनियां हमार।24
नथिया बेसर झुमका ,   सभे देबो उपहार,24
अरे  सुथरकी रे,बन जो ने धनियां हमार।24

आँखों में कजरिया शोभे,बालों में गजरिया रे।28
हांथो में महुदिया शोभे,पाँवो में पयलिया रे ।28
 फूलल सरसो  नियन ,देहिया भेलो बहार।24
अरे  सुथरकी रे,बन जो ने धनियां हमार।24

मलदहिया अमवा के रस में,जौन मिली माजा हो।28
स्नेहिया के कोरवा में ,उहे फल मिली ताज़ा हो।28
प्रेम में पागल नियन,अचरा खोजो तहार।24
अरे  सुथरकी रे,बन जो ने धनियां हमार।24
©सुनील कुमार सोनू
20।04।2020
रात्रि:2:40-3:30

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