Wednesday, April 1, 2020

21वीं सदी है हुनर देखिए

न तज़ुर्बा न उमर देखिए।
21वी सदी है हुनर देखिए।

कैसा होगा ठाठ बाट उसका,
सुनसान ये खंडहर देखिए।

कितनी दिलकश होगी वो,
ये लहराती हुई चुनर देखिए।

कभी था लबालब पानी से भरा,
गांव का कुंआ नहर देखिए।

सांप बिच्छू से भी जहरीला है,
मुँह से उगलता  जहर देखिए।

ग़द्दारी नही करता है वो आजकल,
सीधे भोंकता सीने में खंजर देखिए।
hunar,love, tajurba
:सुनील कुमार सोनू
:01/04/2020

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aapka bahut-bahut dhanybad