Wednesday, April 15, 2020

डर लगता है इंसान से

खौफ़ नही भगवान से।
डर लगता है इंसान से।1//

रिश्ते बेदाग़ नही मिलते,
सजग रहो मेहमान से।2//

स्वर्ग नरक के फेरे में,
धर्म बटे गीता कुरान से।3//

मजहबी क्यों आग उगले,
क्या यही सीखते संस्थान से।4//

लहू एक है, वतन एक है,
तो काहे परेशानी राष्टगान से।5//

बोलो,कहीं छत मिलेगा क्या,
गर कूच करोगे विमान से।6//

सहूर सीखो,जिंदा हो जा लाशों,
नही तो गुजरोगे शमशान से।7//

बे सिर पैर की बात न कर,
दे ना  दुहाई संविधान से।8//

अमन चैन से जो रहो तुम,
दूजा न मुल्क़ अच्छा हिंदुस्तान से।9//
©सुनील कुमार सोनू
13।04।2020

No comments:

Post a Comment

aapka bahut-bahut dhanybad