Monday, August 12, 2019

अगर तू कहे।

दर्द ए दिल की सदा सुना दूँ, अगर तू कहे।
दिल चिर के दिखा दूँ x२,अगर तू कहे।
कितने सपने संजोये थे प्यार में
कितने अपने पराये थे प्यार में
एक एक लड़ी रूठे कैसे
एक एक कड़ी टूटे कैसे
पढ़ ले तू डायरी मेरा
फिर इसे जला दूँ, अगर तू कहे।

भीगी भीगी बारिश की बूंदों में
साँसों का जलना क्या था
टूक टूक करते दो जोड़ी आँखों मे
अरमानों का मचलना क्या था
अहसास की ये कमाई दौलत
मैं यूँ ही लूटा दूँ, अगर तू कहे
सुनील कुमार सोनू
12।08।2019

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aapka bahut-bahut dhanybad