खौफ़ नही भगवान से।
डर लगता है इंसान से।1//
रिश्ते बेदाग़ नही मिलते,
सजग रहो मेहमान से।2//
स्वर्ग नरक के फेरे में,
धर्म बटे गीता कुरान से।3//
मजहबी क्यों आग उगले,
क्या यही सीखते संस्थान से।4//
लहू एक है, वतन एक है,
तो काहे परेशानी राष्टगान से।5//
बोलो,कहीं छत मिलेगा क्या,
गर कूच करोगे विमान से।6//
सहूर सीखो,जिंदा हो जा लाशों,
नही तो गुजरोगे शमशान से।7//
बे सिर पैर की बात न कर,
दे ना दुहाई संविधान से।8//
अमन चैन से जो रहो तुम,
दूजा न मुल्क़ अच्छा हिंदुस्तान से।9//
©सुनील कुमार सोनू
13।04।2020
डर लगता है इंसान से।1//
रिश्ते बेदाग़ नही मिलते,
सजग रहो मेहमान से।2//
स्वर्ग नरक के फेरे में,
धर्म बटे गीता कुरान से।3//
मजहबी क्यों आग उगले,
क्या यही सीखते संस्थान से।4//
लहू एक है, वतन एक है,
तो काहे परेशानी राष्टगान से।5//
बोलो,कहीं छत मिलेगा क्या,
गर कूच करोगे विमान से।6//
सहूर सीखो,जिंदा हो जा लाशों,
नही तो गुजरोगे शमशान से।7//
बे सिर पैर की बात न कर,
दे ना दुहाई संविधान से।8//
अमन चैन से जो रहो तुम,
दूजा न मुल्क़ अच्छा हिंदुस्तान से।9//
©सुनील कुमार सोनू
13।04।2020
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aapka bahut-bahut dhanybad